बीकानेर: संघ के 100वें वर्ष पर पथ संचलन, स्वयंसेवकों का स्वागत मूसलाधार बारिश में हुआ
बीकानेर के गंगाशहर नगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100वें वर्ष की शताब्दी पर विजयादशमी उत्सव और पथ संचलन आयोजित किया गया। सैकड़ों स्वयंसेवकों का स्वागत समाज और मूसलाधार बारिश ने हर्षोल्लास से किया।

बीकानेर: संघ के 100वें वर्ष में विजयादशमी उत्सव पर पथ संचलन, स्वयंसेवकों का स्वागत मूसलाधार बारिश में हुआ
बीकानेर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में पूरे देश में शताब्दी पर्व मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में बीकानेर महानगर के गंगाशहर नगर इकाई की जय भैरवनाथ बस्ती, किस्मीदेसर में विजयादशमी उत्सव के अवसर पर स्वयंसेवकों द्वारा पथ संचलन निकाला गया।
मुख्य वक्ता और मार्गदर्शन
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में संघ के जोधपुर प्रांत प्रचारक आदरणीय विजयानंद उपस्थित रहे। उन्होंने स्वयंसेवकों और समाज को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि "अब देश के लिए जीने का समय है। पंच परिवर्तन के सिद्धांत को अपनाने से ही समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा।"
मुख्य अतिथि के रूप में मुरली मनोहर धोरा के श्याम सुंदर महाराज ने संघ संस्कारों और संघमय समाज की महत्वपूर्ण चर्चा की।
समाज और प्रकृति का उत्साहपूर्ण स्वागत
माननीय नगर संघचालक डॉ. जतन बाफना ने बताया कि गंगाशहर नगर की 12 बस्तियों में अलग-अलग दिनों में उत्सव व पथ संचलन आयोजित किए जा रहे हैं। सैकड़ों स्वयंसेवक जब किस्मीदेसर के विभिन्न मार्गों पर घोष की ताल पर संचलन कर रहे थे, तब समाज ने पुष्प वर्षा, दीपमाला, ढोल-नगाड़े और थाली बजाकर उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान प्रकृति ने भी मूसलाधार बारिश करके स्वयंसेवकों का स्वागत किया। स्वयंसेवक भी बारिश में कदम से कदम मिलाकर विजयादशमी उत्सव और संघ के शताब्दी वर्ष के उत्सव को उत्साहपूर्वक मनाते नजर आए।
संघ और समाज का सामूहिक उत्सव
यह आयोजन केवल उत्सव नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र के निर्माण में सकारात्मक योगदान की मिसाल भी साबित हुआ। स्वयंसेवकों का यह उत्साह और समाज का स्वागत दोनों ही इस शताब्दी वर्ष की गरिमा को बढ़ा रहे हैं।
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