जैसलमेर खेतसिंह हत्याकांड: डांगरी गांव में भड़की हिंसा, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले; जानें मामला
Jaisalmer Khet Singh Murder Case: जैसलमेर जिले के डांगरी गांव में खेतसिंह हत्याकांड को लेकर तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। इस हत्याकांड के विरोध में गांव में धरने पर बैठे लोग बुधवार को उग्र हो गए।

Jaisalmer Khet Singh Murder Case: जैसलमेर जिले के डांगरी गांव में खेतसिंह हत्याकांड को लेकर तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। इस हत्याकांड के विरोध में गांव में धरने पर बैठे लोग बुधवार को उग्र हो गए, जिसके बाद स्थिति पूरी तरह बेकाबू हो गई। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की और कई घरों में आग लगा दी।
इसके बाद भीड़ द्वारा हिंसक प्रदर्शन करने के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस घटना में कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है, जबकि गांव में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।
क्या है खेतसिंह हत्याकांड?
बताते चलें कि यह पूरा मामला राजस्थान के बाड़मेर जिले से शुरू हुआ, जहां डांगरी गांव के खेतसिंह की बेरहमी से हत्या कर दी गई। मृतक के भाई स्वरूप सिंह के अनुसार, खेतसिंह खेतों में भेड़-बकरियां चराने का काम करता था। करीब दस दिन पहले पड़ोसी गांव के कुछ लोग हिरण का शिकार करने आए थे, जिन्हें खेतसिंह ने रोक दिया था। इस बात को लेकर आरोपियों ने खेतसिंह से रंजिश पाल ली।
मंगलवार रात को मौका पाकर स्विफ्ट कार में सवार होकर आए आरोपियों ने खेतसिंह पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया, जो उस समय भेड़-बकरियों के बाड़े में अकेला सो रहा था। इस हमले में खेतसिंह गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने आरोपियों पर हत्या के साथ-साथ लूटपाट का भी आरोप लगाया है। स्वरूप सिंह ने बताया कि हमलावरों ने खेतसिंह के गले से सोने की चेन, हाथ की अंगूठी और करीब 2.5 लाख रुपये की नकदी लूट ली। इस घटना के बाद से ही गांव में आक्रोश का माहौल था, जो धीरे-धीरे हिंसक प्रदर्शन में बदल गया।
हत्याकांड के बाद हिंसा
हत्याकांड के बाद डांगरी गांव में ग्रामीणों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर धरना शुरू किया। गुरुवार को पुलिस को दी गई चार बजे की समयसीमा खत्म होने के बाद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए। आक्रोशित युवाओं ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
भीड़ ने कई घरों में आग लगा दी, जिससे गांव में तनाव और बढ़ गया। स्थिति को काबू में करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस ने पहले हल्का बल प्रयोग किया, लेकिन जब भीड़ नहीं मानी तो लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इसके बावजूद गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
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