पूगल में फर्जी भूमि आवंटन का घोटाला: 7 कर्मचारी निलंबित, अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार
पूगल, 14 मई 2024: बीकानेर जिले में गलत तरीके से भूमि आवंटन का मामला विकराल रूप ले रहा है। छत्तरगढ़ के बाद अब पूगल उपखंड में भी हजारों बीघा सरकारी जमीन के फर्जी आवंटन का भंडाफोड़ हुआ है। आरोप है कि इस घोटाले में एसडीएम से लेकर पटवारी तक का भूमाफिया गठजोड़ शामिल था।
जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने कड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को पूगल तहसील के सात कार्मिकों को निलंबित कर दिया है। इनमें चार पटवारी, एक कानूनगो और दो गिरदावर शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, पूगल उपखंड में पिछले दस सालों के दौरान बड़े पैमाने पर सरकारी जमीन का फर्जी आवंटन और इंतकाल दर्ज किया गया था। जांच में सामने आया है कि इन जमीनों को आवंटित करने में पटवारियों, गिरदावरों, कानूनगोओं और तहसील-एसडीएम स्तर के अधिकारियों ने मिलीभगत कर बड़ा घोटाला किया था।
निलंबित कार्मिक:
- कानूनगो: भंवरलाल
- गिरदावर: जयसिंह, इकबाल सिंह
- पटवारी: मांगीलाल, लूणाराम, विकास पूनिया, राजेन्द्र स्वामी
अधिकारियों पर कार्रवाई:
जांच में तीन नायब तहसीलदारों, चार तहसीलदारों और दो एसडीएम की भी संलिप्तता सामने आई है। इन अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर सरकार को भेजी गई है, इन पर जल्द ही कार्रवाई होने की संभावना है।
जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि का कहना:
“पूगल उपखंड में हुए फर्जी भूमि आवंटन मामले की गहन जांच करवाई जा रही है। दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।