Wednesday, February 5, 2025
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विधायक जेठानंद व्यास का पलटवार: पूर्व मंत्री पर लगाए आरोप, ‘गोठ’ को बताया शहर की संस्कृति

विधायक जेठानंद व्यास का पलटवार: पूर्व मंत्री पर लगाए आरोप, ‘गोठ’ को बताया शहर की संस्कृति

बीकानेर, 16 दिसंबर | बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास ने पूर्व मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि पैंतालीस साल के उनके राजनीतिक जीवन में उन्होंने कुछ ठोस काम किए होते, तो आज बीकानेर में गड्ढों की भरमार नहीं होती। व्यास ने कहा कि जनता ने उन्हें लगातार चार में से तीन चुनावों में जवाब दिया, बावजूद इसके वे वास्तविकता स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।

बीकानेर विकास प्राधिकरण का जिक्र
व्यास ने कहा कि जब रविवार को डॉ. कल्ला सरकार के एक साल के कार्यकाल पर सवाल उठा रहे थे, उसी समय बीकानेर की जनता बीकानेर विकास प्राधिकरण (बीडीए) के नोटिफिकेशन का जश्न मना रही थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा बीडीए की घोषणा मेरे विधानसभा भाषण के पांचवें दिन हुई और इसे कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है। आने वाले वर्षों में यह बीकानेर का नक्शा बदल देगा।

कोटगेट अंडरपास पर तंज
व्यास ने कहा कि डॉ. कल्ला ने हमेशा बाईपास का समर्थन किया और चुनाव से पहले बिना किसी ठोस योजना के कोटगेट अंडरपास की घोषणा करवा दी। उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने रेलवे के महाप्रबंधक, डीआरएम और जिला कलेक्टर से चर्चा की है और जनता के हित में सर्वश्रेष्ठ समाधान निकाला जाएगा।

शहर की समस्याओं का समाधान
विधायक व्यास ने कहा कि शहर के गंदे पानी की समस्या के लिए पहली बार 100 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं और डीपीआर तैयार की जा रही है। वहीं, पश्चिमी क्षेत्र की सड़कों के लिए नगर निगम और यूआईटी ने करीब आठ करोड़ रुपए के कार्य कराए हैं।

रोजगार मेलों का आयोजन
व्यास ने कहा कि शहरी क्षेत्र में पहली बार दो रोजगार मेलों का आयोजन किया गया, जिससे डेढ़ हजार युवाओं को रोजगार मिला। उन्होंने पूर्व मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि डॉ. कल्ला ने जिस हेल्पलाइन का झांसा देकर चुनाव जीता था, वह पांच साल तक शुरू ही नहीं हुई। इसके विपरीत वर्तमान विधायक सेवा केंद्र में प्रतिदिन तीन घंटे जनसुनवाई हो रही है।

‘गोठ’ को बताया शहर की संस्कृति
व्यास ने कहा कि ‘गोठ’ बीकानेर की सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा है और आमजन से जुड़ने का सबसे सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार और नेतृत्व आमजन के सुख-दुख में सहभागी बनकर समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्पर है।

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