बीकानेर: पुलिसकर्मियों ने ढाबे पर की तोड़फोड़, 3 निलंबित, पुलिसकर्मियों के साथ थे तीन बदमाश
बीकानेर न्यूज़। देशनोक में रविवार की देर रात को एक ढाबे पर खाना खाने गए पुलिसकर्मियों ने वहां झगड़ा किया और तोड़फोड़ की। एसपी ने तीन कांस्टेबल को निलंबित कर दिए हैं।
रविवार की रात को करीब 11 बजे देशनोक पुलिस थाने के कांस्टेबल ईश्वरसिंह और नरेशराज तीन अन्य लोगों के साथ कैंपर गाड़ी लेकर देपावत गेस्ट हाउस और मेहाई धर्मशाला के पास जय अंबे ढाबे पर पहुंचे। वहां संचालक ने भीड़ होने के कारण अपने पिता के दूसरे वाले ढाबे पर जाकर खाना खाने के लिए कहा। इस पर पुलिसकर्मी झगड़ पड़े। एकबारगी वे कैंपर गाड़ी लेकर वहां से चले गए और कुछ देर बाद वापस आकर ढाबे पर तोड़फोड़ शुरू कर दी। बिना नंबर की कैंपर गाड़ी बैक लेकर वहां रखी कुर्सियों, टेबल व अन्य सामान पर चढ़ा दी। हंगामा हुआ तो लोग इकट्ठे हो गए। पुलिसकर्मी और उनके साथ आए बदमाश गाड़ी लेकर भाग गए। वारदात के बाद ढाबा संचालक और कस्बे के लोग पुलिस थाने पहुंचे।
आरोप है कि वहां मौजूद कांस्टेबल शिवचरण उलझ गया। रात्रि डीओ हेड कांस्टेबल नथाराम ने घटनाक्रम के बारे में एसएचओ सुमन शेखावत को जानकारी दी तो वह मौके पर पहुंची और पूछताछ की। पुलिसकर्मियों के नशे में होने की शिकायत पर कांस्टेबल ईश्वरसिंह का मेडिकल मुआयना कराया गया। नरेशराज को थाने बुलाया गया, लेकिन वह नहीं पहुंचा। इसलिए उसका मेडिकल नहीं हो पाया। ढाबा संचालक की ओर से इस संबंध में कोई रिपोर्ट नहीं दी गई। लेकिन, सोमवार को पूरे घटनाक्रम का पता चलने पर एसपी तेजस्विनी गौतम ने कांस्टेबल ईश्वरसिंह, नरेशराज व शिवचरण को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच नोखा सीओ हिमांशु शर्मा को सौंपी गई है। ढाबा संचालक से बात की गई तो उसका कहना था कि मुकदमे के लिए पुलिस को रिपोर्ट नहीं दी है।
पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले
रविवार की रात को देशनोक में पुलिसकर्मियों के हंगामे और तोड़फोड़ की जानकारी मिलने पर सोमवार को एसपी ने पूरे मामले की जांच सीओ नोखा को सौंप दी। घटनाक्रम का पता लगाने के लिए सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। हालांकि, एसएचओ देर रात को ही मौके पर पहुंच गई थी और वहां के हालात देखे थे। ढाबे पर खाना खाने गए पुलिसकर्मियों के साथ तीन अन्य बदमाश कौन थे, बिना नंबर वाली कैंपर गाड़ी किसकी थी, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। ढाबे पर पुलिसकर्मियों के हंगामे और पुलिस को रिपोर्ट नहीं देने के लिए संचालक को मैनेज करने की चर्चा कस्बे में थी।