पूगल : पशुपालकों के लिए एक सुखद खबर के रूप में पूगल की ग्राम पंचायत नाडा में आज एक महत्वपूर्ण पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य क्षेत्र के पशुपालकों को उनके पशुओं की स्वास्थ्य देखभाल के बारे में जागरूक करना और आवश्यक उपचार प्रदान करना था। शिविर में प्राथमिक पशु अस्पताल अमरपुरा की डॉ. कोमल राठौड़ और पशुधन सहायक मनीषा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पशुपालकों को दी गई पशुओं की देखभाल से जुड़ी जानकारी
डॉ. कोमल राठौड़ ने बताया कि विशेष रूप से दुधारू पशुओं के लिए आहार में सुधार करना अत्यधिक आवश्यक है। उन्होंने सुझाव दिया कि चारे के साथ कुछ मात्रा में गुड़ और नमक मिलाकर खिलाने से पशुओं के स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव आते हैं। इसके अतिरिक्त, मनीषा ने भी उपस्थित पशुपालकों को पशुधन के नियमित टीकाकरण और देखभाल के महत्व पर जोर दिया।
पशु चिकित्सा शिविर में सैकड़ों पशुओं का हुआ उपचार
शिविर में कुल 50 गाय, 500 भेड़, 400 बकरी और 30ऊंटों का उपचार किया गया। पशुओं का स्वास्थ्य निरीक्षण कर, उन पर आवश्यक दवाओं का प्रयोग किया गया और उन्हें विभिन्न रोगों से सुरक्षित रखने के लिए टीके लगाए गए। इसके अलावा, पशुपालकों को पशुओं के आहार, टीकाकरण, और समय-समय पर चेकअप के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
पशु चिकित्सा शिविर का महत्व
ऐसे शिविर न केवल पशुओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं, बल्कि पशुपालकों को भी लाभ पहुंचाते हैं। पशुओं की नियमित देखभाल और सही आहार देने से उनका उत्पादन बढ़ता है, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करता है। नाडा के ग्रामीणों ने इस शिविर का लाभ उठाया और पशुओं की देखभाल के लिए मिली नई जानकारी को सराहा।
नाडा में पशु चिकित्सा शिविर से मिला सकारात्मक संदेश
पशु चिकित्सा शिविर में बड़ी संख्या में पशुपालकों की उपस्थिति से यह स्पष्ट होता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। स्थानीय पशुपालकों ने इस शिविर के माध्यम से मिली जानकारी को अमूल्य माना और भविष्य में ऐसे शिविरों के आयोजन की इच्छा जताई।
पूगल के नाडा गांव में आयोजित पशु चिकित्सा शिविर क्षेत्र के पशुपालकों के लिए अत्यधिक लाभकारी सिद्ध हुआ। इस तरह के शिविरों के आयोजन से पशुपालन को बढ़ावा मिलने के साथ ही पशुओं के स्वास्थ्य को भी संरक्षित किया जा सकता है। उम्मीद है कि भविष्य में और भी अधिक संख्या में ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाएगा।