लोकल वेदर। राजस्थान में इस सप्ताह भी मानसून जबरदस्त तरीके से सक्रिय रहने वाला है। मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब डीप डिप्रेशन में बदल रहा है। इसके प्रभाव से 11 सितंबर तक पूर्वी राजस्थान के कुछ संभागों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं 12 से 13 सितंबर के दौरान प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।
राज्य में अब तक सामान्य से 61.26 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है। प्रदेश में 1 जून से 8 सितंबर तक सामान्य वर्षा का स्तर 385.66 एमएम होता है, जबकि इस अवधि में यहां 621.92 एमएम वर्षा हो चुकी है। अच्छी बारिश के चलते प्रदेश में 335 से ज्यादा बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं।
आज इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़, बूंदी, धौलपुर, झालावाड़, झुंझुनू, करौली, कोटा, प्रतापगढ़ और सवाई माधोपुर में आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
पिछले 24 घंटों में भरतपुर में 224 एमएम
बीते 24 घंटों की बात करें तो राजस्थान के भरतपुर जिले सबसे ज्यादा 224 एमएम वर्षा हुई है। इसके अलावा बांसवाड़ा के बागीदौरा में 67 एमएम, दौसा में 111 एमएम, डूंगरपुर में 84 एमएम तथा प्रतापगढ़ में 79 एमएम वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
अजमेर में फॉयसागर झील की पाल टूटने का खतरा, सेना बुलाई
इधर अजमेर में बारिश के कारण हालात और बिगड़ गए हैं। कई कॉलोनियां और सड़कें डूबी हुई हैं। फॉयसागर झील की पाल टूटने का खतरा पैदा हो गया है। इसके चलते अजमेर में आज भी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। वहीं सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं।
वर्तमान हालातों को देखते हुए जिला प्रशासन ने सेना को बुलाया है। रविवार शाम अजमेर कैंटोनमेंट एरिया से मेजर राजेश यादव ने टीम के साथ फॉयसागर, आनासागर झील और अन्य जलभराव वाले क्षेत्रों का जायजा लिया और रेस्क्यू ऑपरेशन का प्लान तैयार किया।