पल्लू के गांव नैयासर में एक पानी की डिग्गी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। घटना शनिवार रात की है। जानकारी के अनुसार सरकारी स्कूल के पास खेल मैदान में बच्चे सुबह-शाम क्रिकेट खेलने जाते हैं। मैदान के पास ही गांव की पानी डिग्गी बनी हुई है। खेलने के बाद सभी बच्चे वापस अपने घर आ गए पर 10 वर्षीय राधेश्याम पुत्र हनुमान बिस्सू एवं 12 वर्षीय विकास पुत्र दलीप बिस्सू घर नहीं लौटे। परिजनों व ग्रामीणों ने उनकी तलाश की। रात के दस बजे दोनों का शव पानी की डिग्गी में तैरता हुआ मिला। राधेश्याम व विकास आपस में चाचा-ताऊ के भाई थे।
ग्रामीणों का कहना है कि जब बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे तो उनके पैरों पर चिकनी मिट्टी की धूल जम गई थी, पैर धोने के लिए दोनों पानी की डिग्गी पर गए थे, जहां पांव फिसलने से डिग्गी में डूब गए, जिससे उनकी मौत हो गई। विकास अपनी दो बहनों का इकलौता भाई था, वहीं दो भाइयों में राधेश्याम छोटा भाई था ।
ग्रामीणों ने बताया कि पहले गांव वाले इस डिग्गी से पीने का पानी लेकर जाते थे परंतु जैसे ही आपणी योजना के तहत पेयजल आपूर्ति होने लगी वैसे ही यह डिग्गी खंडहर में तब्दील होती गई। अब गांव के पशुओं के पीने के पानी के रूप में इस डिग्गी को काम में लिया जाता है व गांव में बने कुएं से इसमें पानी भर दिया जाता है। इस डिग्गी के चारों तरफ कोई दीवार नहीं हैं और ना ही डिग्गी में जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है, सिर्फ रैंप बना हुआ है। यदि डिग्गी के चारों तरफ दीवार होती व सीढ़ियां होती तो शायद ये हादसा नहीं होता।