Khajuwala News। राजस्व तहसील कार्यालय खाजूवाला के सामने पटवारी ऐसे वक्त पर एसडीएम के खिलाफ धरने पर बैठ गए है, जब भारी बारिश के चलते अलर्ट है। किसान के खेत में पानी भरा है। इससे भारी नुकसान हुआ है। वहीं, राजस्व कार्मिकों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश हैं। ऐसे में पटवारियों के एक्शन से नाराज क्षेत्र के किसान एसडीएम के पास पहुंच गए। वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र के किसान एसडीएम के पक्ष में आए है और पटवारियों पर अपने हल्का क्षेत्र में कार्य नहीं करने का आरोप लगाते हुए आक्रोशित हुए है।
दरअसल, खाजूवाला में उपखंड अधिकारी रमेश कुमार की अध्यक्षता में पटवारियों की बैठक हुई। बैठक में उस वक्त हंगामा हो गया, जब एसडीएम ने एक पटवारी के अनुपस्थित पाए जाने पर पटवारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए। पटवारी अभद्र भाषा का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। ऐसे में अब पटवार संघ नाराज हो गए व तहसील परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। आरोप है कि एसडीएम ने पटवारीयों के साथ अभद्र व्यवहार किया और कार्रवाई की धमकी दी है।
पटवारी के नहीं आने पर एसडीएम नाराज
पटवारी मनफुल सिंह ने बताया- उपखंड कार्यालय सभागार में आयोजित हो रही बैठक में एक पटवारी के बच्चे के अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण वह पटवारी बैठक में उपस्थित नहीं हो पाया। इसके कारण एसडीएम नाराज हो गए। इस पर नाराज पटवारियों ने अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू करते हुए तहसील परिसर में धरना लगा दिया। खाजूवाला तहसीलदार कमलेश सिंह को ज्ञापन सौंपकर कार्य करने में असमर्थता जताई। इस दौरान पटवार संघ के अध्यक्ष रमेश बिश्नोई के नेतृत्व में हल्का क्षेत्र के पटवारी मौजूद रहे।
किसान एसडीएम के पक्ष में
किसान एसडीएम रमेश कुमार के पक्ष में आ गए और हल्का क्षेत्र में पटवारियों की ओर से कार्य नहीं करने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई। इस संबंध में किसान प्यारेलाल, देवीलाल, राजेंद्र सिंह, इंद्र पाल के नेतृत्व में क्षेत्र के किसानों सहित भारतीय किसान संघ ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार कमलेश सिंह को ज्ञापन सौंपा गया।
जिसमें किसानों का आरोप था कि वर्तमान में भारी बारिश से क्षेत्र में फसलें पूर्णतया नष्ट हो चुकी हैं और मकान गिर रहे है। लेकिन सर्वे के लिए पटवारी अपने हल्का क्षेत्र के नहीं आ रहे है और मुख्यालय पर भी उपस्थित नहीं होते है।